बढ़ती जनसंख्या रोजाना कॉम्पटीशन बढ़ा रहा है। ऐसे में बहुत सारे Student Engineer तो बनना चाहते हैं लेकिन सुविधा और संसाधन न होने की वजह से अधिकतर Student के सपने टूट जाते हैं। हालांकि Engineer बनना आसान नहीं होता, लेकिन आज के समय में इतने प्रकार के Engineering के Course होते हैं।
लोग कोई न कोई Course करके Engineer बनने का सौभाग्य पा लेते हैं। ऐसा ही एक Course है Software Engineer। यह दो शब्दों से होकर बना है। पहला Software, दूसरा Engineering। अगर आप भी Software Engineer बनने का सपना देख रहे हैं तो यह लेख आपके लिए बहुत ही कारगर है।
Engineering का यह एक ऐसा Course है जिसकी लोकप्रियता काफी है। दोस्तों इस लेख में Software Engineering Course से रिलेटेड बहुत सारी जानकारी दूंगा। तो सबसे पहले समझ लीजिये कि इस लेख में वह कौन कौन सी Important Point है जो आपको जानना चाहिए।
Software Engineering क्या है?
Software Engineer के कार्य क्या होते हैं?
Software Engineer बनने के लिए Qualification क्या चाहिए?
Software Engineer बनने के लिए कौन कौन सा Course होते हैं?
Software Engineer बनने के लिए Course करने में फी कितनी लगती है?
Software Engineer बनने के लिए टॉप कॉलेज कौन कौन से हैं?
Software Engineer Course के बाद सैलरी कितनी मिलती है?
Software Engineering की इंपॉर्टेंस क्या है?
Software Engineering क्या है?
Software Engineering एक प्रकार का कंप्यूटर Course है। इसमें Software Designing, Development, Maintenance, Testing, Programming आदि के बारे में सिखाया जाता है। इसमें कई प्रकार की Programming Language का उपयोग होता है
जिसमें HTML, JAVA, PHP, C, C++, Python शामिल है। एक Software Engineer बनने के लिए आपको इन सभी Programming Language की जानकारी बेहद जरूरी है, क्योंकि बिना इसके नॉलेज के आप एक Software Engineer नहीं बन सकते।
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Software Engineer के कार्य क्या होते हैं?
एक Software Engineer के कई कार्य होते हैं जैसे यूजर्स की जरूरत के अनुसार Programming Language में कोडिंग करके Software डेवलप करना, उसके बाद उसकी Testing करके Software मेंटेन करते रहना। कंप्यूटर लैपटॉप के Software बनाना।
Software का Testing करना। एल्गोरिथम Designing और एनालिसिस करना। मोबाइल ऐप बनाना, ऐप और प्रोग्राम को डेवलप करने में आने वाली परेशानियों को सॉल्व करना आदि काम एक Software Engineer का होता है।
Software Engineer बनने के लिए Qualification क्या चाहिए?
अगर आप Software Engineering Course में Admission लेना चाहते हैं तो आपको 12th साइंस स्ट्रीम से पास होना जरूरी है। मतलब 12th में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स होना चाहिए। साथ ही अच्छे कॉलेज में Admission लेने के लिए मिनिमम सिक्सटी (60) परसेंट मार्क्स होने चाहिए
तभी आपकी Admission हो पाएगी। लेकिन बहुत सारे ऐसे भी कॉलेज हैं जहां सिक्सटी परसेंट से कम मार्क्स पर भी Admission मिल जाती है।
Software Engineer बनने के लिए कौन – कौन सा Course होता है।
दोस्तों Course की बात करो तो इसमें कई Course हैं जिन्हें करने के बाद आप एक Software Engineer बन सकते हैं। जैसे –
- बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन, बीसीए।
- मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन, एमसीए।
- बीटेक इन कंप्यूटर साइंस।
- बीटेक इन आईटी।
- डिप्लोमा इन आईटी।
- डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस।
- बीएससी इन कंप्यूटर साइंस।
ये सभी Course हैं जिसको करके आप एक Software Engineer बन सकते हैं। दोस्तों हमने आपको ऊपर बताया कि Software Engineer बनने के लिए कौन कौन सा Course करें तो आप उनमें से कोई भी Course करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको उसका फॉर्म भरना होगा।
एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करके आपको कॉलेज में Admission लेनी होगी। इन सबके अलावे आपके मन में एक सवाल खड़ा हो रहा होगा कि Course करने में फी कितनी लगती है।
आपको बता दूं कि सारे Course में अलग – अलग फीस लगती है जैसे कि बीसीए जो कि तीन साल का Course होता है उसकी फी ईयरली 50,000 से लेकर 1 लाख रूपये तक होती है। यह कॉलेज के आधार पर होता है कि कौन सा कॉलेज कितनी फी ले रहा है।
अगर आप एंट्रेंस एग्जाम को पास कर अच्छे नंबर लाते हैं तो आपको सरकारी कॉलेज मिलेगा, जिसकी फी कम होती है। वहीं अगर आप प्राइवेट कॉलेज से इनमें से कोई भी Course करते हैं तो फी कॉलेज अपनी सुविधानुसार लेता है।
Software Engineering बनने के लिए टॉप कॉलेज कौन कौन से हैं?
दोस्तों, Software Engineering के लिए टॉप कॉलेज की बात करूं तो हमारे देश में कई कॉलेज हैं जो अच्छा प्लेसमेंट देते हैं। साथ ही बच्चों को प्रैक्टिकली जानकारी देकर उन्हें एक सफल Engineer बनने का काम करते हैं। तो आइए जानते हैं उन कॉलेज के बारे में।
- सबसे पहले आईआईटी बैंगलोर
- एसआरएम यूनिवर्सिटी
- आईआईटी हैदराबाद
- आईआईटी दिल्ली
- बीआईटीएस पिलानी
- आईआईटी कानपुर
- आईआईटी मद्रास
- अमेटी यूनिवर्सिटी
- दिल्ली यूनिवर्सिटी
- लखनऊ यूनिवर्सिटी
- अल्लाहाबाद यूनिवर्सिटी
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, वाराणासी
- वेल्लोर इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर
- जाधवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
अगर आप भी यह Course करके एक सफल Software Engineer बनने का शौक रखते हैं तो इन कॉलेज में Admission लें और अपने सपनों को साकार करें।
Software Engineer की सैलरी क्या होती है?
भारत में एक Software Engineer की एवरेज सैलरी 15 हज़ार से 20 हज़ार रूपये हर महीने हो सकती है। वहीं अगर इसके जानकारों की मानें तो Software Engineerों की सैलरी का कोई अनुमान नहीं लगा सकता क्योंकि सैलरी कंपनी पर डिपेंड करती है।
अगर आप एक हाईएस्ट पेइंग Software कंपनी जैसे गूगल, एडोब, इंटेल, सिस्को, इन्फोसिस, माइक्रोसॉफ्ट आदि में काम करते हैं तो आप 50000 से 1 लाख रूपये तक शुरुआती सैलरी पा सकते हैं। यह आपके प्रोफेशन पर भी निर्भर करता है कि आप कंपनी में किस तरह का काम करते हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में अनुभव बढ़ने के साथ आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है।
Software Engineering की इंपॉर्टेंस क्या है?
इस दुनिया में सभी कामों का कुछ न कुछ इम्पोर्टेन्ट होता है। ऐसे ही Software Engineering का भी इम्पॉर्टेंस है। एक Software Engineer किसी भी बड़े Software को मैनेज करके उसके रख रखाव का जिम्मेदार होता है। बेहतर और ज्यादा एस्केलेटर के लिए भी वही जिम्मेदार है। इसके अलावा कॉस्ट मैनेजमेंट करने के लिए, जिसके लिए सही प्रोसेस को फॉलो करना बहुत जरूरी होता है।
वहीं Software का डायनामिक नेचर हमेशा बदलता रहता है और उसमें समय के अनुसार अपडेट करने की आवश्यकता होती है। जिसके लिए एक Software Engineer की जरूरत होती है। इन सबके अलावा बेहतर और एडवांस क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए भी एक Software Engineer की जरूरत पड़ती है।
ऐसे में अगर किसी कंपनी को आगे बढ़ाना है तो एक Software Engineer की जरूरत काफी है। तो अभी यह Course करके एक अच्छा Software Engineer बन सकते हैं।