10 Best AI Business Ideas For 2024 | 10 ऐसे AI Startup जो आपको बना देगी करोड़पति। 

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Newspaper से लेकर के Digital Platforms पर एक ही शब्द अक्सर सुनाई दे रहा है, जिसका बोल बाला है, हर कोई बात कर रहा है और वो है AI यानी Artificial Intelligence यह आस लगाए जा रहे हैं कि AI Impliment होने के बाद इसी साल Business Cost में 30 परसेंट की कमी आएगी। 

जी हां, IT Sector में Research और Consulting Services देने वाली कंपनी गार्टनर के मुताबिक 2025 तक AI Software का Business 135 बिलियन यूएस डॉलर का हो जाएगा और यह ग्रोथ ओवरऑल Software मार्केट से भी ज्यादा रहेगी। AI की एक्सेप्टेंस इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि दुनिया के लिए अब ये एक सरप्राइजिंग फैक्टर भी नहीं रहा है। 

जैसे Business, Healthcare, Transportation और Entertainment जैसे Sectors को AI ने पूरी तरीके से बदल करके रख दिया है। तो आज के इस लेख में हम डिस्कस करेंगे AI Based Business आइडिया 2024. 

AI Driven Fraud Detection Company

अगर आप एक Investor हैं और Latest Technology में इंटरेस्टेड रहते हैं, तो AI रिलेटेड Business आइडियाज में इन्वेस्ट करना बुद्धिमानी होगी। अप्रैल 2021 से अब तक साइबर फ्रॉड में हम इंडियंस अपनी मेहनत की कमाई से 10,300 करोड़ रुपए गवां चुके हैं। 

1930 जो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल है, वहां सिर्फ अप्रैल 2023 में ही 7 लाख कंप्लेंट्स रजिस्टर हुए थे। मतलब 30,000 शिकायतें हर रोज और हर घंटे लगभग 1000 शिकायतें। जनवरी 2020 से जून 2023 के बीच 77% ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड दर्ज हुए थे।

आईआईटी कानपुर के फ्यूचर क्राइम Research फाउंडेशन ने यह सर्वे किया था। और AI पावर टूल्स और AI सिस्टम से इन्हें रोका जा सकता है। तो यहीं से उभरता है एक AI Business आइडिया, जो है AI ड्रिवन फ्रॉड डिटेक्शन फर्म। 

AI ड्रिवन फ्रॉड डिटेक्शन कंपनी का काम होता है Artificial Intelligence का यूज करते हुए फ्रॉड एक्टिविटीज को आइडेंटिफाई करना और उन्हें रोकना।

इस तरह की कंपनीज जब अपनी Services फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस, कॉरपोरेट बैंकिंग सेक्टर और मनी ट्रांसफर एंड पेमेंट गेटवे को देती हैं, तो इनकी कमाई होती है। अगर आप इस तरह की कंपनी शुरू करेंगे तो आपको ऐसे AI एल्गोरिदम और सिस्टम डेवलप करवाना होगा, जो फ्रॉड पैटर्न को पहचानकर फ्रॉड एक्टिविटीज रोकने में कैपेबल हो। 

बैंकिंग, ई कॉमर्स और इंश्योरेंस कंपनी भी इस तरह की Services का फायदा उठा रही है। जैसे मास्टरकार्ड भी जनरेट AI मॉडल की मदद से फ्रॉड डिटेक्शन में 300 परसेंट का बूस्ट हासिल कर चुका है। मास्टरकार्ड अपने नेटवर्क पर स्पेशियस ट्रांजैक्शन्स को पकड़ने में बैंकों की मदद कर रहा है और इसके लिए नया जेनरेटेड Artificial Intelligence मॉडल लेकर आ रहा है।

Fraud Lenz. Comply AI INC. Comply Cube. Smart Credit.IO, Sharp Shark, जैसी कंपनी इस तरह की फ्रॉड डिटेक्शन Services देती है। बेंगलुरु बेस्ड Noos Technologyज एक ऐसी ही कंपनी है। 

AI Generated Conent Detection 

अगर आप AI में इंट्रेस्ट रखते हैं तो Deep Fake के बारे में भी आपको जानकारी होगी। एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना और काजोल, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली और यहां तक कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी भी फेक वीडियो की शिकार हो चुकी हैं। तो यहां भी छिपा हुआ है एक AI ड्रिवन बिजनस आइडिया, जो AI जनरेटेड कॉन्टेंट को डिटेक्ट करना। जैसे लोहा लोहे को काटता है, उसी तरह AI सिस्टम दूसरे AI टूल से जनरेट किए गए कॉन्टेंट को डिटेक्ट कर सकता है। 

आजकल इमेज, वीडियोज, ब्लॉग्स, वेबसाइट, कॉन्टेंट, यूट्यूब, वीडियो, स्क्रिप्ट्स, ईमेल्स, चैट, जीपीटी से लिखे गए टेक्स्ट और Product डिस्क्रिप्शन, मार्केटिंग कैंपेन, रिज्यूम डीटेल्स ये सब AI से जनरेट किए जा रहे हैं। अब अगर आप चैट जीपीटी से रिज्यूम बनाकर कहीं पर सबमिट करें तो शायद ही कोई दिक्कत हो। 

पर अगर आप ओरिजिनल कॉन्टेंट के नाम पर ब्लॉग्स, वेबसाइट, कॉन्टेंट, यूट्यूब वीडियो स्क्रिप्ट लिख रहे हैं जो कि AI जनरेटेड है तो दिक्कत आती है। इस तरह के कॉन्टेंट को एसईओ से रैंकिंग नहीं मिलती है और वो सर्च रिजल्ट में नहीं आते हैं। वहीं डीप फेक वीडियो और इमेज के साथ की गई छेड़खानी जो आम लोगों के लिए पहचानना मुश्किल होता है, पर AI Software उसे पहचान लेते हैं। तो ऐसे ही कुछ पॉप्युलर टूल्स हैं  Undetectable.AI, Winston, Originality.AI, GLTR, Sapling, Copyleaks, GPT Zero, AL-Writer. 

मार्केट में अपने कस्टमर्स, रीडर्स और व्यूअर्स के बीच ट्रस्ट और क्रेडिबिलिटी मेंटेन करने के लिए Business हाउसेज, मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ऐसे टूल्स यूज करते हैं, जो AI जेनरेटेड कॉन्टेंट को पहचान लेते हैं। इसलिए एक स्टार्टअप के तौर पर आपको ऐसे एडवांस्ड एल्गोरिदम और टूल्स डेवलप करवाने होंगे, जो टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और वीडियो जैसे AI, जेनरेटेड कॉन्टेंट को डिटेक्ट कर सके। 

AI Based Personalized Education 

अब आपसे एक सवाल है। एक क्लासरूम में ढेर सारे बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन क्या वह सभी एक ही तरीके से समझाने पर समझ पाते हैं? नहीं ना। कई बार अलग – अलग स्टूडेंट्स को अलग – अलग तरीके से समझाना पड़ता है और यही काम आज AI कर रहा है। 

इसे Personalized एजुकेशन कहते हैं। होता क्या है कि कॉलेज और यूनिवर्सिटी में कई तरह की दिक्कतें आती है। जैसे लेक्चर्स में स्टूडेंट का डिस इंगेज रहना, हाई ड्रॉपआउट रेट और वन साइज फिट्स वाला ट्रेडिशनल मेथड ज्यादा कारगर नहीं होता है। इसलिए आजकल AI बेस्ड टूल से पढ़ाई जाने का चलन बढ़ रहा है। 

जैसे Dreambox और Carnegie Learning जैसे प्लैटफॉर्म्स की हेल्प से स्टूडेंट्स के टैलेंट को देखकर कस्टमाइज्ड मैथ लेसंस देते हैं, ताकि बच्चों का कॉन्सेप्ट क्लियर हो जाए। Eduaide.Ai ऐसा ही एक AI असिस्टेड लेसन डिवेलपमेंट टूल है, जो 100 से ज्यादा तरह के इंस्ट्रक्शन मटीरियल्स बनाने का ऑप्शन देता है। 

इससे टीचर्स को ट्रांसलेशन, कॉन्टेंट जेनरेशन, टीचिंग असिस्टेंस, फीडबैक और असेसमेंट जैसे फीचर्स भी मिलते हैं। इस तरह के बिजनस आइडिया में आपको ऐसे प्लैटफॉर्म्स या सॉल्यूशंस डिवेलप करवाने होंगे, जो हाई पावर्ड होंगे और ऐसे टूल्स कस्टमाइज्ड टीचिंग मटीरियल्स और जरूरत के हिसाब से मेथड्स बेस्ड सॉल्यूशंस देते हैं। 

AI टूल्स में इतनी कैपेसिटी होती है कि वह किसी भी स्टूडेंट की प्रोग्रेस, कमजोर और स्ट्रॉन्ग एरिया आइडेंटिफाई कर सकते हैं। इसके अलावा, यह Personalized एक्सरसाइज टेस्ट और लर्निंग रिसोर्सेज भी देते हैं। चैट जीपीटी, AI बेस्ड Personalized एजुकेशन का बढ़िया एग्जाम्पल है। 

AI Powered Virtual Health Assistant Application & Services 

अगर आप Healthcare या मेडिकल सेक्टर को सर्व करना चाहते हैं तो AI Powered Virtual Health Assistant Application और Services डेवलप करने का स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं। इस तरह के असिस्टेंट पेशेंट के लिए अपॉइंटमेंट सेड्यूल करते हैं। हेल्थ रिलेटेड इनक्वायरी पर रिस्पॉन्ड करते हैं और पेशेंट्स को कंटीन्यूअस सपोर्ट देते हैं और मेडिकल कंडीशंस को मॉनिटर भी करते हैं। 

जैसे Healthily दुनिया का पहला मेडिकली अप्रूव्ड प्लैटफॉर्म है, जिसे सेल्फ केयर प्रमोट करने के लिए डिजाइन किया गया है। AI बेस्ड इस एप्लिकेशन से यूजर्स अपनी पर्सनल जरूरतों की जानकारी डालते हैं और एक्सपर्ट डॉक्टर्स की टीम उसे एनालाइज करके उन्हें मेडिसिन और हेल्थ प्रॉब्लम्स से जुड़े सजेशंस भी देते हैं। सभी यूजर्स को एक ही डॉक्टर असाइन रहता है। 

Aaptiv भी ऐसा ही प्लैटफॉर्म है, जो फिटनेस वर्कआउट एप्लिकेशन है और अपने यूजर्स को ऑडियो बेस्ड वर्कआउट प्रोग्राम्स और रुटीन देता है। 

Indiaai.gov.in के अकॉर्डिंग Healthcare मार्केट में AI का Business 2028 तक 102 बिलियन यूएस डॉलर का हो जाएगा। नेशनल असोसिएशन ऑफ Software एंड सर्विस कंपनी या नैसकॉम की मानें तो Healthcare सेक्टर में डेटा और AI का यूज बढ़ने से 2025 तक इंडिया की जीडीपी में 25 बिलियन डॉलर्स का इजाफा होगा। 

AI Based Chat Bot 

आपने एमेजॉन एलेक्सा का नाम तो सुना ही होगा या हो सकता है यूज भी किया होगा। तो एलेक्सा एक चैटबॉट है तो आप AI बेस्ड चैटबॉट बनाने का काम भी शुरू कर सकते हैं। एक चैटबॉट अपने यूजर्स की क्वेरीज के अकॉर्डिंग रिस्पॉन्ड करता है। इस तरह के चैटबॉट कस्टमर सर्विस, स्ट्रीमलाइन, कम्यूनिकेशन और ऑटोमेट इंटरैक्शन के लिए यूज होते हैं।

नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग यानी की एनएलपी और मशीन लर्निंग यानी की एमएल अल्गोरिदम की मदद से चैटबॉट इंसानी भाषा को समझ पाते हैं और इंसानों से चैट और ऑडियो कन्वर्सेशन कर पाते हैं। Youper भी ऐसा ही एक ऐप है जो डिप्रेशन को मैनेज करने के लिए Artificial Intelligence का सहारा लेता है।

इस ऐप में आपकी बात चैटबॉट से होती है। चैटबॉट आपसे आपकी प्रॉब्लम्स और सिम्पटम्स के बारे में पूछताछ करता है और आपसे हुए कन्वर्सेशन को ध्यान में रखकर आपकी इमोशनल जरूरतों को पूरा करने के लिए काम करना शुरू करता है।

AI For Human Recruitment 

जब भी आप किसी जॉब ओपनिंग का पोस्ट किसी जॉब पोर्टल पर देखते होंगे तो उस पोस्ट पर आपको मोर दैन हंड्रेड एप्लिकेंट्स दिखते होंगे। यह लिस्ट कई बार फाइव हंड्रेड प्लस तो कई बार उससे भी ज्यादा हो जाती है। 

अब एक HR के लिए कई रिज्यूम को देखना तो नामुमकिन काम है। 

तो यहीं पर काम आते हैं सक्सेस फैक्टर्स जैसे क्लाउड बेस्ड ह्यूमन रिसोर्स प्लैटफॉर्म, पावर्ड बाय Artificial Intelligence। सक्सेस फैक्टर्स को SAP ने डेवलप किया है, जो इनोवेटिव AI पावर्ड टूल है और यह एचआर को राइट कैंडिडेट सिलेक्ट करने में हेल्प करता है और 2024 में AI से जुड़ा यह एक बढ़िया Business आइडिया है। इस आइडिया के साथ आपको एक सोफिस्टिकेटेड प्लैटफॉर्म डिवेलप करना होगा, जो AI एल्गोरिदम से बूस्टेड होगा। 

और यह आपके क्लाइंट्स के लिए हायरिंग प्रोसेस को आसान बनाएगा। इस तरह के सिस्टम्स इंडीविजुअल कैंडिडेट को उनके रिज्यूम पर बेस करके कनेक्ट करते हैं, इंटरव्यूज सचेडूल करते हैं, रिज्यूम को एसेस करते हैं और मोस्ट क्वालिफाइड कैंडिडेट्स को आइडेंटिफाई करते हैं।

इस तरह के ऐप्लिकेशन किसी भी बड़ी कंपनी या रिक्रूटिंग फर्म के लिए डेटा ड्रिवन डिसिजन लेते हुए उनका पैसा और टाइम दोनों बचाते हैं। Clickup, Zoho Recruit, Turing, Fetcher और Smart Recruiters ऐसे ही AI ड्रिवन रिक्रूटमेंट प्लैटफॉर्म है। वहीं जोहो रिक्रूट इंडियन कंपनी है। 

AI Generated HD Image & Video 

सोशल मीडिया पर Reels और वीडियो देखते हुए हाई डेफिनेशन और प्रीमियम क्वॉलिटी के AI जेनरेटेड इमेजेस तो आपने देख ही लिए होंगे और अब तो ऐसे AI जेनरेटेड एचडी वीडियो भी आने लगे हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि कैमरे से शूट किया गया है।

तो अगर आपका स्टार्टअप AI ड्रिवन वीडियो जनरेटर Software बिल्ड करता है तो अभी के हिसाब से यह एक बहुत ही अच्छा बिजनस आइडिया साबित होगा। इस इनोवेटिव सल्यूशन के साथ एंगेजिंग विजुअल कॉन्टेंट प्रोवाइड करके आप ढेर सारी इंडस्ट्री और इंडिविजुअल्स को कैटर कर सकते हैं। 

वीडियो एडिटर्स, यूट्यूबर्स, सोशल मीडिया, इन्फ्लूएंसर, मीडिया कंपनी, फिल्म इंडस्ट्री, स्टूडियो और जहां भी इमेज और वीडियोज की जरूरत है, वह सभी सबस्क्रिप्शन बेस्ड सर्विस लेकर की अपनी लागत, समय और रिसोर्सेज बचा सकते हैं। AI वीडियो जनरेटर Software और टूल्स का ग्लोबल मार्केट साइज 2022 में लगभग 472 मिलियन यूएस डॉलर था और अनुमान तो यह लगाए जा रहे हैं कि 2030 तक यह लगभग ट्वेंटी पर्सेंट सीएजीआर ग्रोथ रेट के साथ आगे बढ़ेगा। 

Synthesia, AI Studios, InVideo, Pictory, Lumen5 पाँच ऐसे ही AI वीडियो जनरेटर प्लैटफॉर्म है। यहां पर आप इनके बीच का कंपेरिजन भी देख सकते हैं। 

AI In E-Commerce Sales 

किसी भी ईकॉमर्स प्लैटफॉर्म या रीटेल वेबसाइट पर जब आप विजिट करते हैं, तो आपको आपकी चॉइस के हिसाब से Product Recommendation आते हैं। आपकी सर्च कीवर्ड के हिसाब से आपको कस्टमाइज Product्स और ब्रैंड्स आपकी स्क्रीन पर दिखाई देने लगते हैं।

तो यह सब कुछ AI की मदद से होता है। इस तरह के AI पावर्ड Productिव एनालिटिक्स टूल्स, ईकॉमर्स प्लैटफॉर्म और रिटेलर्स को डेटा ड्रिवन डिसीजंस लेने में इन्वेंटरी मैनेजमेंट, प्राइसिंग और Product Recommendation में मदद करते हैं। 

यही नहीं, ऐसे टूल्स से बेहतर कस्टमर शॉपिंग एक्सपीरियंस भी मिलता है। मार्केटिंग एक्टिविटीज प्लान करने में मदद मिलती है। कस्टमर इंगेजमेंट बढ़ता है। यूजर्स को Personalized कस्टमर सर्विस मिलता है। Business प्रोसेस ऑप्टिमाइज़ होता है और ह्यूमन एरर भी काफी कम होते हैं। तो आप इस तरह के हाई पावर्ड सॉल्यूशंस देकर के ई कॉमर्स और रिटेल इंडस्ट्री से मुनाफा कमा सकते हैं। 

Amazon, Flipkart, Lily AI, GoPuff, Ebay ई कॉमर्स प्लैटफॉर्म AI की मदद से अपनी रिटेल सर्विस को बेहतर बना रहे हैं। ईबे अपनी शिपिंग और डिलिवरी टाइम प्राइसिंग बायर सेलर ट्रस्ट को सुधार रहा है तो वहीं लिली एपीआई अपने ऑनलाइन कस्टमर्स को रेलिवेंट Product्स तक पहुंच बढ़ाने में मदद करता है। 

AI Roots and Delivery Partner 

वैसे बड़े शहरों को छोड़ दिया जाए तो आज से कुछ साल पहले जब आप ऑनलाइन Product्स मंगवाते थे, तो डिलिवरी होने में 7 से 10 दिन का समय लग जाता था। लेकिन अब तो सेम डे डिलिवरी और इंस्टेंट डिलीवरी की सुविधा भी है। और यह सब कमाल है। रूट और डिलिवरी पार्टनर ऑप्टिमाइजेशन का। यहां भी AI टूल्स की मदद ली जाती है ताकि ऑप्टिमाइज्ड रूट्स के साथ लोअर फ्यूल कंजप्शन हो और टाइमली डिलिवरी पॉसिबल हो। 

जैसे यूएस बेस्ड लॉजिस्टिक्स कंपनी Fourkites अपनी Services में AI का इस्तेमाल करके अपनी गाड़ियों की रियल टाइम ट्रैकिंग करती है। वहीं ईको ग्लोबल लॉजिस्टिक्स एक Transportation मैनेजमेंट कंपनी है, जो AI की मदद से अपने कस्टमर्स को क्विक सिक्योर और Cost इफेक्टिव सर्विस देती है।

ऐसे सिस्टम्स में रोड मैप, ट्रैफिक रूट्स, लॉन्ग और शॉर्ट रूट्स का डेटा डाला रहता है, जो कैलकुलेट करके बताते हैं कि कहां पर ट्रैफिक है, कौन सा रूट लेने से आपका टाइम बच सकता है और फ्यूल की भी जानकारी देता है। गूगल मैप्स इसका रियल लाइफ एग्जाम्पल है। 

अगर आप ऐसा कोई Software और टूल बनवा सकते हैं तो 2024 के लिहाज से यह एक सस्टेनेबल और फायदेमंद AI Business आइडिया साबित होगा, क्योंकि किसी भी कंपनी की सक्सेस उसकी Product क्वॉलिटी और बेहतर Services पर डिपेंड करती है। 

AI In Marketing 

इसके बाद रोल प्ले करता है मार्केटिंग, क्योंकि मार्केट में ढेर सारे सेम। सर्विस प्रोवाइडर्स मौजूद हैं तो वो एक दूसरे के कॉम्पिटीटर्स होते हैं। तो ऐसे में अपने टारगेट कस्टमर्स तक पहुंचने के लिए क्रिएटिव मार्केटिंग स्ट्रैटेजी की जरूरत पड़ती है। ये सब कुछ डेटा ड्रिवन प्रोसेस होता है,

जहां पर किस तरह के Product बनाने हैं, किस एज ग्रुप को टारगेट करना है, कैसे ऑफर्स देने हैं, किस शहर में कैम्पेन करना चाहिए? इस तरह की मार्केटिंग स्ट्रैटिजी के लिए AI टूल्स की मदद ली जाती है। 

जैसे एयरलाइन कंपनी अपने डेटा को एनालाइज करके देखती हैं कि कब उनकी एयरलाइन सबसे ज्यादा यूज की गई है। किस क्लास के लोगों ने ज्यादा टिकट बुक किए हैं? एज ग्रुप क्या था? पीक बुकिंग में क्या कोई त्योहार था या कोई और एक्टिविटी जैसे टाइम पंक्चुएलिटी थी या नहीं? ये सब देखने के बाद कंपनी अपनी आगे की स्ट्रैटेजी बनाती है। 

Keyword Insights, Jasper, Grammarly, Seventh Sense, Optimove कुछ ऐसे कुछ टूल्स हैं। इनमें Optimove कस्टमर बिहेवियर एंड इनसाइट्स कैंपेन परफॉर्मेंस और मल्टी चैनल ट्रैकिंग की सुविधा देता है। वहीं सेवंथ सेंस एक ईमेल मार्केटिंग टूल है। इसका एक बड़ा और फैमिलियर नेम है मास्‍टरकार्ड। 

मास्टरकार्ड पेमेंट गेटवे Services को जब टफ कॉम्पिटिशन मिल रहा था तो इसने क्रेयॉन नाम के हाई पावर्ड टूल का इस्तेमाल करके पोटेंशियल मार्केट थ्रेट, कॉम्पिटिटिव इंटेलिजेंस स्ट्रैटेजी और वैल्यूबल मार्केट इनसाइट्स हासिल करके अपने Business को संभाला था। 

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निष्कर्ष : 

ऊपर इस लेख में हमने आपको AI Based Business Ideas 2024 के बारे में Detail में जानकारी दी है। उम्मीद है की इस लेख से आपको बहुत कुछ सिखने को मिला होगा। अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया है

तो आप इसे अपने अन्य लोगो के साथ में Share जरूर कीजिये। साथ ही अगर आपका कोई भी सवाल हो तो आप हमे Comment करके जरूर बताये। हमारा यह लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद। 

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